कुंडली में प्रसिद्ध योग (fame astrology calculator)
ज्योतिष में प्रसिद्धि ख्याति , सफलता प्राप्ति का विश्लेषण
आज सभी की महत्त्वाकांक्षा होती है कि उसे अपने क्षेत्र में प्रसिद्धि, ख्याति , सम्मान तथा सफलता मिले ।
व्यक्ति के जन्म के साथ ही उसके जन्मकालीन ग्रह ये निर्धारित कर देते है कि व्यक्ति क्या कर्म करेगा ,उसके आय के स्रोत क्या होंगे तथा इस दुनिया में उसे किस क्षेत्र में कितनी प्रसिद्धि , सम्मान तथा यश मिलेगा ।
आइये आज ज्योतिष के दृष्टिकोण से ये जानेंगे की वह कौनसा योग है जो व्यक्ति को उसके शुभ कर्मो के द्वारा समाज में मान सम्मान , प्रतिष्ठा के साथ प्रसिद्धि भी दिलाता है तथा कौनसा योग है जो व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी दुनिया में उसका नाम अमर कर जाता है ।
कुंडली में प्रसिद्ध योग (fame in astrology) :-
(नाम , ख्याति , यश , प्रतिष्ठा दिलाता है)
भावार्थ बोधिनी के अनुसार :-
कुंडली के दशम भाव में शुभ ग्रह बैठे हों तथा दशम भाव को शुभ ग्रह ही देखते हों साथ ही दशम भाव का मालिक अपनी उच्च राशि या स्व राशि में स्थित होकर केंद्र अथवा त्रिकोण भाव में विराजमान हो तो कुंडली मे प्रसिद्ध योग का निर्माण होता है ।
प्रसिद्ध योग के फल :-
मन्त्रेश्वर महाराज के अनुसार प्रसिद्ध योग में जन्म लेने वाला जातक उत्तम कार्य करने वाला होता है उसके कार्यों की चारों दिशाओं में प्रशंसा होती है ।ऐसे व्यक्ति चक्रवर्ती राजा के समान अपनी प्रजा की रक्षा करता है तथा जातक लोक में ख्याति प्राप्त करता है ।
ऐसे व्यक्ति को स्त्री , पुत्र , धन तथा मित्र का पूर्ण सुख प्राप्त होता है ।
कुंडली में प्रसिद्ध योग का निर्माण तथा फल :-
मेरा अनुभव तथा विचार (My opinion)
कुंडली में दशम भाव नाम , प्रसिद्धि , यश , रुतबे शोहरत , पद , स्थान का होता है ।
एकादश भाव प्राप्ति , महत्त्वाकांक्षा की इच्छापूर्ति का , वृद्धि का , ऊंचाइयों पर ले जाने का भाव है।
जब कुंडली में दशम भाव का सम्बन्ध एकादश भाव तथा लग्न/लग्नेश के साथ साथ शुक्र से भी हो तो व्यक्ति को समाज में यश , प्रसिद्धि , शोहरत मिलती है तथा कुंडली में प्रसिद्ध योग का निर्माण होगा ।
प्रसिद्ध योग में जन्म लेने वाला जातक अपनी मेहनत , लगन तथा ईमानदारी से समाज मे नाम शोहरत तथा प्रसिद्धि प्राप्त करता है ।
सभी तरफ लोग उसकी प्रशंसा करते है ।
वह अपनी मेहनत तथा कर्म से जबरदस्त धनार्जन करता है ।
👉 कुंडली में प्रसिद्ध योग के साथ तृतीय भाव का संयोग , लेखन , भाषण कला , मीडिया मल्टीमीडिया के क्षेत्र में प्रसिद्धि दिलाता है ।
👉 पंचम , तृतीय , अष्टम मिलकर अभिनय , कला ,के क्षेत्र में शोहरत दिलाते है।
👉 सप्तम अष्टम तथा द्वादश भाव खेल जगत में व्यक्ति को प्रसिद्ध कराते है ।
मरने के बाद प्रसिद्ध योग (ख्याति मिलने के योग) :-
यदि कुंडली में प्रसिद्ध योग में अष्टम भाव भी सम्मिलित हो तो व्यक्ति को अपने जीवन काल से कहीं अधिक ख्याति उसे उसकी मृत्यु के बाद मिलती है ।
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Aacharya Upendra Shekhar Bhatt
Whatsapp No :- 9414204610
"Works at advanced & practical Astrology"
{हिन्दू वैदिक ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system ( वर्षफल पद्धति )
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