गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020

Malvya yoga मालव्य योग

 


                   मालव्य योग ( Part - 2nd)

                        (पूर्व से आगे........!!)


जब शुक्र जन्म कुंडली में केंद्र स्थान (1 , 4 , 7 , 10 ) में अपनी ही राशि ( वृष या तुला) अथवा अपनी उच्च राशि (मीन) में स्थित हो तो जन्म कुण्डली में मालव्य नामक पंच महा पुरुष नामक योग का निर्माण होता है ...!!

आइये जानते हैे  7 th House (सप्तम भाव) मे  बना मालव्य योग क्या क्या परिणाम दे सकता है ...!!


🍀   जन्म कुंडली के सप्तम भाव मे बना मालव्य योग:--

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   📍   कुण्डली के सप्तम भाव मे बना मालव्य योग  यदि शुभ भावों से सम्बद्ध है और कोई भी अशुभ प्रभाव नहीं है तो ये सुंदर , आकर्षक ,  सुशील , प्रेम करने वाला/ वाली भरोसेमंद  जीवन साथी देता है..........!!

इनका विवाह शीघ्र हो जाता है तथा ये पूर्ण वैवाहिक सुख पाते हैं ....!


🍀  ये स्थिति आपके व्यवसाय में भी एक भरोसेमंद   business partner देती है  तथा आपके कार्य क्षेत्र में आपको अच्छे और सहायक सहयोगी मिलते है ।

आपको  जीवन के सभी क्षेत्रों में विपरीत लिंग के लोगों से हमेशा सहयोग और लाभ मिलता है .........!!


📍  जब सप्तम भाव नें बना मालव्य योग शुभ प्रभावों के साथ  द्वितीय तथा एकादश भाव से विशेष सम्बन्ध बनाये तो जातक  का विवाह सम्मानित तथा उच्च घराने  में होता है तथा जीवन साथी अथाह प्रेम करने वाला होता है  तथा उन्हें एक सुव्यवस्थित पूर्ण वैवाहिक सुख मिलता है .......!!


🍀  यदि अन्य स्थितियां भी सकारात्मक हों तो सप्तम भाव मे बना मालव्य योग पंचम या पँचमेश से सम्बंधित होकर  कुछ अतिरक्त सयोंग और होने पर प्रेम विवाह में परिणित हो जाता है .....!!


📍  सप्तम भाव मे बना मालव्य योग यदि शुभ ग्रहों तथा भावों / भावेशों  के साथ अष्टम अथवा द्वादश भाव से सम्बन्ध बनाता है तो ये स्थिति कई मायनों में जीवन मे सकारात्मक भूमिका निभाती है..........!!

यह आपको एक अच्छा सुखी वैवाहिक जीवन के साथ बहुत से क्षेत्रो में विवाह के उपरान्त सफलता , खुशी , सुख तथा लाभ दे जाती है ...!!


☘️  जन्म पत्रिका में जब सप्तम भाव मे बने मालव्य योग का सम्बन्ध विदेश यात्रा के योगों से होता है तो ये विदेशी  व्यवसाय के लिए की गई यात्रा , विवाह तथा वैवाहिक सम्बन्ध हेतु की गई यात्रा ,  किसी प्रशिक्षण हेतु की गई सरकारी या गैर सरकारी यात्रा होती है ....!!


😈😈   लेकिन जब सप्तम भाव में बना मालव्य योग किसी भी शुभ भाव से सम्बंधित न हो औऱ यदि अशुभ ग्रहों के साथ त्रिक भावों ( 6 8 12 ) से भी सम्मिलित सम्बद्ध हो  तो जीवन मे कठिनाइयां , परेशानियों भरा वैवाहिक जीवन , वैवाहिक जीवन में अलगाव , partnership में  धोखा , बिना मर्जी से बने यौन सम्बन्धो की पुष्टि करता है.......!!


😈  अशुभ मंगल तथा Pluto के साथ कुछ विशेष घरो से जब इस मालव्य योग का सम्बन्ध बनता है तो ये स्थिति वैवाहिक जीवन अथवा व्यावसायिक साझेदारी मे लड़ाई झगड़े की चरम स्थिति को बताती है ..........!!

इसके  साथ कुछ और विशेष अशुभ सयोंग भी यदि लगातार दशा अंतरदशा में बने  होने पर जीवन साथी अथवा साझेदार की हत्या जैसी घटनाओं को भी जन्म दे सकती  है ....  !!


😈   कुछ बहुत ही विशेष सम्बन्ध जब सप्तम भाव में बने मालव्य योग के कुछ विशेष भावों / भावेशों के साथ सम्मिलित रूप से राहु  अथवा केतु  या मंगल , शनि के साथ Uranus , Pluto से होते है तो ये स्थिति , जबरन यौन उत्पीड़न ,  शारीरिक सम्बन्धो मे  धोखा ,  यौन हिंसा ,  यौन विकृति , समलैंगिगता (Homosexuality)  जैसी स्थितियों को बताती है ........!! 


😈   सप्तम भाव मे बना मालव्य योग नकारात्मक ग्रहों तथा भावेशों के साथ साथ कुछ विशेष घरों से सयोंग होने पर commercial sexual relation (Prostitution)  की स्थिति को भी बताता है .....!!


😈   किसी पुरुष की जन्म पत्रिका में बने इस प्रकार के सम्बन्धो के साथ कुछ विशेष सम्बन्ध भी हो तो वह यौन उत्पीड़न , बलात्कार के मामलों में सजा भी पाता है ..............!!!!!


😈   सप्तम भाव में बना मालव्य योग नकारात्मक ग्रहों के साथ रोग भावों से सम्बन्ध होने पर विशेष स्थिति में किडनी , मूत्र रोग ,  गर्भाशय , प्रजनन सम्बन्धी समस्या दे सकता है .....!!


💞  किसी भी भाव के शुद्ध और पूर्ण  परिणाम के लिए सम्पूर्ण  कुण्डली का परीक्षण , निरीक्षण  और विश्लेषण के साथ अन्य सम्बंधित वर्ग कुंडलियों , अष्टक वर्ग , अन्य महत्त्वपूर्ण लग्नो , ग्रहों के बल , दशा अंतरदशा , गोचर आदि का सम्पूर्ण विश्लेषण बहुत ही आवश्यक होता है .........!!


🌹💞  ज्योतिष शास्त्र का सही उपयोग अपनी विशेषताओं और कमियों को जानकर समय विशेष में अपने जीवन का सही प्रबंधन करना है ताकि हम जीवन मे अच्छे और बुरे समय का सर्वोत्तम उपयोग कर सकें जिससे हमें कम से कम हानि हो और अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सकें ............!!!!


                             शेष अगली बार ..................!!!


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💜  यदि आप अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण कराना चाहते है या जीवन के किसी भी विषय 

   ( शिक्षा , नौकरी / व्यवसाय , विवाह , कर्ज , आर्थिक स्थिति , सम्पत्ति , मुकदमा , बीमारी  ) पर सटीक भविष्य कथन के साथ सही सकारात्मक  मार्गदर्शन और आवश्यक उपाय जानना चाहते है  तो सम्पर्क कर सकते है  ............

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❣️   कुछ आसान , आवश्यक और सही समय पर किये गए सही उपाय , कुछ जन्म  पत्रिका के अनुसार सकारात्मक ग्रहों का सहयोग तथा  सही मार्ग का चयन और सही दिशा में किया गया परिश्रम । सुखी और खुशियों से भरा जीवन दे सकता है .................!!!


Malvya yog ( Part -1st)

https://www.astroupendra.com/2020/01/blog-post_16.html?m=1


💞  Aacharya Upendra S Bhatt                                              (www.astroupendra.com)

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{हिन्दू वैदिक ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system  ( वर्षफल पद्धति) 

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