शनिवार, 4 जुलाई 2020

शकट योग के प्रभाव तथा उपाय (shakata yoga and Remedy)



शकट योग के प्रभाव तथा उपाय (shakata yoga and Remedy)
शकट योग के प्रभाव तथा उपाय (shakata yoga and Remedy)


शकट योग क्या होता है।  ?
What is shakta yoga ?

वैदिक मान्यता के अनुसार जब जन्म कुंडली में सभी ग्रह लग्न और सप्तम भाव में  स्थित हों तथा चन्द्रमा से बृहस्पति छठे, आठवें , अथवा बारहवें भाव (6th , 8th, 12th house) में हो तो शकट योग ( shakata yoga) का निर्माण होता है ।



शकट योग के प्रभाव :-
Effect of shakata yoga :-

वैदिक ज्योतिष में शकट योग (shakta yoga) को एक अशुभ योग माना गया है ।
शकट योग में उत्पन्न जातक  गरीब , दरिद्र व जिद्दी स्वभाव का होता है , उसे जीवन भर धन की कमी रहती है तथा उसके जीवन में हमेशा उतार  चढ़ाव आते रहते है , उसके सभी सगे सम्बन्धी , मित्र कोई भी उसकी मदद नहीं करता । समाज में ये जातक  घृणा का पात्र होता  है ।



शकट योग भंग :-
Shakta yoga cancel

1) यदि कुंडली में चंद्रमा अथवा गुरु षड़बली हों तो इस योग का अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है ।

2) मजबूत लग्न/लग्नेश के होने पर इस योग के दुष्प्रभाव नहीं होते है ।

3)मजबूत आमदनी के भाव (2 6 10 11)  शकट योग(shakta yoga) के प्रभावोँ को कमजोर कर देते है ।

4) त्रिकोण भावोँ का बली होना व्यक्ति को समाज में प्रतिष्ठा दिलाता है ।



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शकट योग के उपाय :-
Remedy for shakata yoga :-

1) पूजा स्थान पर चांदी के लक्ष्मी गणेश जी रखे और नित्य पूजा करें ।

2) घर में उत्तर पश्चिम स्थान पर प्रतिदिन कपूर जला कर रखें।

3) घर के उत्तर पूर्व स्थान पर गंगाजल भर कर रखें।

4) प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जप करे ।

5) पांच मुखी रुद्राक्ष की माला धारण करें ।

       
                 Astrologer Upendra Shekhar Bhatt

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