मांगलिक होने के फायदे (benefits of being manglik)
मांगलिक कुंडली वाले जातक ऊर्जावान होते हैं। ये शारीरिक रूप से स्वस्थ,बलिष्ठ तथा सभी कार्यो में अग्रणी रहना चाहते हैं । इन्हें किसी भी क्षेत्र में हमेशा टॉप पर रहना पसंद होता है तथा ये इसमें सफल भी होते है। ये लोग बहुत ही महत्त्वकांक्षी , तर्क -वितर्क में कुशल होते हैं।
इन्हें किसी के संरक्षण में कार्य करना पसंद नहीं होता बल्कि ये स्वयं अपनी बौद्धिक कौशल से कार्य का प्रतिनिधित्व करते हैं ।
ये लोग राजनीति , चिकित्सा तथा इंजीनियरिग के क्षेत्र में सफल होते हैं।इनको पसंद करने वालों की संख्या अधिक होती है।
लग्न में (1st house) स्थित मंगल से बने मांगलिक होने के फायदे
लग्न में स्थित मंगल से बने मांगलिक व्यक्ति हमेशा स्वस्थ्य रहने वाले , चतुर होते है , ये लोग बहुप्रतिभाशाली तथा निडर होते हैं।
लग्न में स्थित मांगलिक योग इन्हें मानसिक रूप से दृढ़ संकल्पी , तार्किक, पराक्रमी , नेतृत्व क्षमता , बुद्धि कौशल प्रदान करता है ।
मंगल लग्न में व्यक्ति को अपनी बात पर अडिग रहने वाला बनाता है ।
ये लोग सच्चाई का साथ देते है तथा कोई भी इनसे मदद मांगता है तो ये हमेशा उसकी मदद में आगे रहते हैं ।
ये कभी भी किसी को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते बल्कि इनका व्यक्तित्व हमेशा दूसरों को दबाना होता है ।
ये चिकित्सा के क्षेत्र में सफल होते है ।
चतुर्थ भाव (4th house) में स्थित मंगल से बने मांगलिक होने के फायदे
चतुर्थ भाव में मंगल होने पर व्यक्ति को भूमि , सम्पत्ति से हमेशा लाभ होता है , व्यक्ति को पूर्ण सम्पत्ति सुख तथा माता का सुख मिलता है ।
व्यक्ति की माता की आयु लंबी होती है ।
सामान्यतः ऐसा जातक एक ही स्थान पर अपना निवास बनाता है तथा समय के साथ कई कई सम्पत्ति का मालिक बनता है ।
चौथे भाव में मांगलिक होने पर व्यक्ति परिश्रमी खश मिजाज , हमेशा प्रफुल्लित रहता है, इनकी पहचान सभी वर्गों के लोगों में होती है , इनकी लोगों में अच्छी पैठ होती है , जातक की अच्छे लोगों से दोस्ती होती है।
चतुर्थ भाव में मांगलिक योग व्यक्ति को माध्यमिक शिक्षा अच्छी दिलाता है।जातक शिक्षा के क्षेत्र में आगे रहता है तथा कई पुरस्कार भी आसानी से प्राप्त करता है।
सप्तम भाव (7th house) में स्थित मंगल से बने मांगलिक होने के फायदे
सप्तम भाव में मांगलिक होने पर व्यक्ति के विवाह
के रिश्ते जल्दी आने लग जाते है
सप्तम भाव में बना मांगलिक योग व्यक्ति को शारीरिक रूप से कभी ना थकने वाला बनाता है
ये लोग अच्छे खिलाड़ी होते है तथा खेल जगत में अपनी प्रतिभा दिखाते है
सामान्यतः ये लोग व्यवसाय में उस क्षेत्र को चुनते है जहां जोखिम अधिक हो तथा जोखिम के साथ लाभ भी मिलता हो
सप्तम भाव मे मांगलिक होने पर व्यक्ति का विवाह सामान्यतः उसके निवास से अथवा जान पहिचान से दूर होता है ।
सप्तम भाव में मंगल से बना मांगलिक व्यक्ति को व्यवसाय से सम्बंधित यात्राएं करवाता है ।
अष्टम भाव (8th house) में स्थित मंगल से बने . होने के फायदे
सप्तम भाव में बना मांगलिक योग व्यक्ति को आक्रामक तथा जबरदस्त ऊर्जावान बनाता है इन्हें ससुराल से धन , सम्पत्ति प्राप्त होती है , विवाह में दहेज मिलता है अथवा पत्नी धनार्जन वाली होती है/ पति मल्टीपल प्रोफेशन से आय प्राप्त करता है
इनको वसीयत में धन अथवा प्रॉपर्टी भी मिलती है पिता से हमेशा धन प्राप्त होता है । ये लोग कमीशन , चैरिटी , से धन प्राप्त करते है ।
द्वादश भाव (12th house) में स्थित मंगल से बने मांगलिक होने के फायदे
द्वादश भाव(12th house) में मंगल वाला मांगलिक योग व्यक्ति को सम्पत्ति में इन्वेस्टमेंट करने वाला बनाता है । यहाँ मंगल व्यक्ति को क्षमता से अधिक खर्चीला बनाता है जिससे उसका विलासिता का स्तर तेजी से बढ़ता है। व्यक्ति हमेशा कामातुर होता है ।
निष्कर्ष (मेरा मत)
मांगलिक होना जीवन के किसी भी क्षेत्र में अवरोध अथवा समस्या नहीं होता समस्या मांगलिक होकर मंगल का दोषपूर्ण बनना होता है ।
भारतीय ज्योतिषशास्त्र में मंगल आत्मविश्वास ,बल , पराक्रम सहिष्णुता ,प्रोत्साहन , बुद्धि कौशल , तर्क ज्ञान ,नेतृत्व क्षमता , तीक्ष्ण बुद्धिमत्ता ,
और सबसे ऊपर सभी मांगलिक कार्यो का प्रतिनिधित्व करता है
अब इन सभी शुभता के साथ मांगलिक होना हमेशा दोषपूर्ण कैसे हो सकता है .
Aacharya Upendra Shekhar Bhatt WhatsApp no :- 9414204610
("Works at advanced & practical Astrology")
हिन्दू वैदिक ज्योतिष ,नाड़ी ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष ताजिक पद्धति
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