लक्ष्मी नारायण योग :-
▪️ लक्ष्मी नारायण योग क्या है
▪️ लक्ष्मी नारायण योग कुंडली में कैसे बनता है
▪️ लक्ष्मी नारायण योग का फल
▪️ निष्कर्ष
लक्ष्मी नारायण योग सभी लग्नो में बनता है..
महर्षि पराशर ने लक्ष्मी नारायण योग को राजाधिराज योग , धन योग , सफलतादायक योग भी माना है ...
⭕ लक्ष्मी नारायण योग क्या है
लक्ष्मी स्थान:- परम्परागत ज्योतिष में जन्म कुंडली के त्रिकोण भावों ( 1 5 9 ) को लक्ष्मी स्थान माना जाता है ..
लग्न (1st house) त्रिकोण तथा केंद्र दोनों होने के कारण प्रबल तथा सबसे शुभ स्थान माना जाता है ..
महर्षि पराशर के अनुसार लग्न से पंचम स्थान बली और पंचम से नवम स्थान अधिक बली त्रिकोण भाव होता है...
विष्णु स्थान :- महर्षि पराशर के अनुसार जन्म कुंडली के केंद्र स्थान (1 4 7 10) विष्णु (नारायण) स्थान माने गए है जिसमे लग्न (1st house) केंद्र + त्रिकोण दौनों होता है ..
महर्षि पराशर के अनुसार 4th से 7th अधिक बली तथा 7th से 10th सबसे अधिक बली केंद्र स्थान होते है ..
(💞 सटीक गहन जन्मकुंडली विश्लेशण तथा परामर्श के लिए सम्पर्क करें..)
⭕ लक्ष्मी नारायण योग कुंडली कैसे बनता है :-
महर्षि पराशर के अनुसार जब केंद्र तथा त्रिकोण के अधिपति ग्रह , केंद्र अथवा त्रिकोण स्थान पर संयुक्त रूप से युति करें तथा उसमें शुक्र भी सम्मिलित हो अथवा पूर्ण दृष्टि सम्बन्ध बनाये तो कुंडली में लक्ष्मी नारायण योग बनता है ..
सबसे अधिक प्रबल बली लक्ष्मी नारायण योग जन्म कुंडली के नवम भाव (9th house) अथवा दशम भाव (10th house) में नवमेश तथा दशमेश के संयोग से शुक्र से युत या दृष्ट बना माना जाता है ...
(💞 एजुकेशन , प्रोफेशन , के विषय ने सटीक भविष्य कथन तथा मार्गदर्शन :- 9414204610)
⭕ लक्ष्मी नारयण योग का फल:-
लक्ष्मी नारायण योग में जन्मा व्यक्ति उत्तम चरित्र , उदार , प्रसिद्ध शासक तुल्य होता है । जातक उच्च पद को प्राप्त करता है व्यक्ति चतुर , बुद्धिमान , प्रख्याड़ ज्ञानी होता है माता लक्ष्मी की कृपया उस पर हमेशा रहती है। उसे कभी धन धान्य की कमी नहीं होती ..
उसकी उत्तम सन्तान होती है तथा पूर्ण सन्तान सुख प्राप्त होता है ...
(💞 कुंडली विश्लेशण से जानें कौनसी होगी आपके बच्चे की शिक्षा की दिशा तथा क्षेत्र-9414204610)
⭕ निष्कर्ष :-
चूंकि जन्म कुंडली में दशम भाव मुख्य अर्थ भाव ( आय भाव) तथा नवम मुख्य धर्म भाव है जो व्यक्ति को सच्चरित्र , सद्गुणी बनाता है दशम तथा नवम की युति जातक को सुखी , संतोषी तथा धैर्य से ईमानदारी से कर्म करके आय प्राप्ति को बताता है ..
यदि दशम तथा नवम भाव के साथ 11th house भी अधिकांश ग्रहों द्वारा प्रदर्शित हो तो जातक सुखी , धनिक और उच्च पद को प्राप्त करेगा...
🙏🙏
💞 Acharya Upendra Shekhar Bhatt
whatsapp no :- 9414204610
works at advanced & practical Alastrology"
{हिन्दू वैदिक ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system ( वर्षफल पद्धति )
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter any spam link in tha comment box.