रविवार, 18 अप्रैल 2021

राहु के लक्षण (राहु से बचने के उपाय) (rahu ke lakshan)

 


 राहु के लक्षण ( राहु से बचने के उपाय )

 (rahu ke lakshan) 



◆ राहु के लक्षण (rahu ke lakshan)

( राहु के शुभ होने पर लक्षण तथा प्रभाव)


◆ राहु के लक्षण (rahu ke lakshan)

( राहु के अशुभ होने पर लक्षण तथा प्रभाव)


◆ राहु से बचने के उपाय:-



राहु के लक्षण (अशुभ राहु के उपाय)  (rahu ke lakshan)



हमारे चारों ओर राहु केतु को लेकर हमेशा ये भ्रांति पूर्ण धारणा फैलाई गई है कि राहु केतु ज्योतिष शास्त्र में खलनायक होते है ।

जीवन मे सभी कष्ट , तकलीफों , समस्याओं , अवरोधों का कारण राहु और केतु ही होते हैं।..


आपको बता दें कि ये धारणा बिल्कुल एकतरफा और बेबुनियाद है ।

जीवन में जितनी सम्भावना राहु केतु की अशुभ परिणाम देने की होती है ,उतनी ही संभावनाएं इनके शुभ परिणाम देने की भी होती है ।..


आइये जानते है कब राहु शुभ-अशुभ होता है तथा राहु के कुंडली में शुभ तथा अशुभ  होने पर इसके जातक पर क्या लक्षण तथा प्रभाव होते  है ..




⭕ राहु के लक्षण (rahu ke lakshan)

   ( राहु के शुभ होने पर लक्षण तथा प्रभाव)



जन्म कुंडली में राहु यदि त्रिकोण भावों/भावेशो ( 1 5 9 भाव) से सम्बन्ध बनाता है तो व्यक्ति कुशाग्र बुद्धि , उत्तम स्वास्थ्य , बुद्धिमान , चतुर , ज्ञानी , दृढ़ निश्चयी , परिश्रमी , सतत प्रयासशील ,  होता है ।व्यक्ति सभी परम्पराओ रूढियों से उठकर अपना स्वत्रंत और मुकाम बनाता है..


जब कुंडली में राहु अर्थ भावों ( 2 6 10 11) भावों से सम्मिलित सम्बन्ध बनाता है तो व्यक्ति कर्मठ , उत्तम व्यवसायी , विभिन्न स्रोतों से आय प्राप्त करता है । धन सम्पदा से लाभ,  कुटुम्ब सुख , धन वैभव सम्पन्न होता है…


जन्म कुंडली में राहु के काम भाव (कर्म भाव) (3 7 11) से सम्बंधित हो तो व्यक्ति साहसी , परिश्रमी ,पराक्रमी , उधमी , विवेकशील , दृढ़ संकल्पी , स्वाभिमानी तथा जातक उत्तम वैवाहिक सुख प्राप्त करता है ..




⭕ राहु के लक्षण (rahu ke lakshan)

( राहु के अशुभ होने पर लक्षण तथा प्रभाव)



जब जन्म कुंडली में राहु सम्मिलित रूप से त्रिक भावों (6 8 12,भाव) से सम्बंधित हो तो राहु के लक्षण तथा प्रभाव जातक के लिए बहुत की कष्टकारक होते है ..


कुंडली में राहु अशुभ होने पर लगातार बार बार दुर्घटनाएं होना अज्ञात बीमारी का होना ,  हमेशा भय लगना , किसी के होने का अहसास होना , मृत लोगों का दिखना , सपने में स्वयं की आत्मा का शरीर से अलग होकर निकलना , स्वप्न में रक्तपात दिखना अथवा अंग भंग होता दिखना आदि लक्षण दृष्टिगोचर होते हैं।


व्यक्ति जीवन भर मुसीबतों , तकलीफों तथा संघर्ष का मुकाबला करता है ..


व्यक्ति चोर , ठग , ढोंगी , पाखंडी , धूर्त  दुष्चरित्र, मूढ़ बुद्धिहीन , अविवेकी , अभिमानी , कुटिल बुद्धि, क्रोधी, अपयशी होता है 


व्यक्ति स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या , वैवाहिक सुख सन्तान सुख से वंचित रहता है , प्रेम सम्बन्धो में बदनामी असफलता , शिक्षा में रुकावट,  कैरियर में उतार चढ़ाव तथा संघर्ष बना रहता है ,



चतुर्थ स्थान(4 th house) में बैठा राहु  त्रिक भावोँ से सम्बंधित हो तो जातक अपनी सम्पत्ति खो देता है ,वह मुकदमे बाजी में फंसता है तथा  उसे जेल भी जाना पड़ सकता है ,

हमेशा समस्याएं , तकलीफे उसे घेरे रहती है 



त्रिक भावों के साथ पंचम भाव (5th house) भी सम्मिलित हो तो व्यक्ति आजीविका में हमेशा असफल रहता है , नौकरी बार बार छूटना , व्यवसाय में लगातार हानि , इकाई बंद होना , बदनामी , सन्तान का गर्भपात , सन्तान सुख का अभाव, असफल प्रेम सम्बन्ध का सामना करता है ..


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⭕ राहु से बचने के उपाय  :-


कुंडली में राहु के लक्षण अशुभ होने पर सबसे पहले ये जानना आवश्यक है, कि राहु को अशुभ अथवा दोष पूर्ण प्रभाव किस ग्रह के योग के कारण मिल रहे है ।

निवारण उसके पश्चात ही हो सकता है या किया जा सकता है।

आपको बता दें  कि राहु के जन्म कुंडली मे अपने कोई भी प्रभाव कभी नहीं होते हैं।


राहु अन्य सात ग्रहों से विशेष सम्बन्धित होकर अपने प्रभाव निर्मित करता है और जीवन में देता है ।


⭕ अशुभ राहु  निवारण उपाय


1) राहु के उपाय से पूर्व उन ग्रहों के भी ज्योतिषीय उपाय करने आवशयक है ,जो नकारात्मक प्रभाव रखते हैं।


2) साथ ही राहु के दुष्प्रभाव दूर करने हेतु एक रुद्राक्ष की माला गले मे धारण करें ।


3) किसी भी शिव मंदिर से दूव  (घास) लाकर घर मे लगाए और नित्य जल अर्पित करें ।


4) पानी वाला नारियल शुक्रवार को सर के ऊपर एन्टीक्लॉकवाइज 9 बार घुमाकर दुर्गा माता के मंदिर में अर्पित करें ।


5) घर मे नित्य कपूर की धूनी दें।


6) गणेश जी के 108 नाम का प्रतिदिन जाप करें। 



ज्योतिष शास्त्र का सर्वोत्तम व्यवहारिक उपयोग यही है कि हम आज ..! आने वाले कल के लिए जीवन का बेहतरीन प्रबन्धन (management) कर सकें ..........!!!


❤️  कुछ आसान , आवश्यक और सही समय पर किये गए सही उपाय , कुछ जन्म  पत्रिका के अनुसार सकारात्मक ग्रहों का सहयोग तथा  सही मार्ग का चयन और सही दिशा में किया गया परिश्रम....!! 

 सुखी और खुशियों से भरा जीवन दे सकता है .................!!!


   Aacharya Upendra Shekhar Bhatt                                           

 Whatsapp No ::--  9414204610


"Works at  advanced  &  practical Astrology"

{हिन्दू वैदिक ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system  ( वर्षफल पद्धति )



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