गुरुवार, 6 मई 2021

काहल योग (kahal yoga)

 काहल योग (kahal yoga)


काहल योग ( kahal yoga) व्यक्ति को  प्रसिद्ध, व्यवहारिक रूप से आक्रामक और साहसी बनाता है ।


काहल योग (kahal yoga)



कुंडली में काहल योग का निर्माण (परिभाषा) :-

(Kahal yoga formation)


महर्षि पराशर के अनुसार जब लग्न कुंडली में गुरु तथा चतुर्थेश (4th house lord) एक दूसरे से केंद्र स्थान पर हों तथा लग्नेश बली हो तो कुंडली में काहल योग (kahal yoga) का निर्माण होता है ।

अथवा

जब लग्न कुंडली में चतुर्थेश (4th house lord) अपनी उच्च राशि में अथवा अपनी स्व राशि में स्थित होकर दशमेश (10th houe lord) के साथ युति (conjunction) करे या दशमेश की उस पर दृष्टि हो तो कुंडली में काहल योग का निर्माण होता है ।




काहल योग का फल:-

(Kahal yoga benefits)


पराशर (बृहत पराशर होराशास्त्र)के अनुसार काहल योग का फल :-


काहल योग में पैदा होने वाला जातक ओजस्वी , साहसी , धूर्त  , चालक , साधरण ग्रामों का अधिपति (जिसका रुतबा आसपास के इलाके में चलता हो)तथा अपनी सम्पूर्ण सेना से युक्त (यहाँ सेना का अर्थ अपने लड़ाके हो सकते है) होता है।



मन्त्रेश्वर महाराज(फलदीपिका) के अनुसार:-

 काहल योग का निर्माण (परिभाषा):-


मंतेश्वर महाराज के अनुसार काहल योग (kahal yoga) में लग्नेश जिस राशि में स्थित हो उसका स्वामी जिस राशि में बैठा हो वह राशि स्वामी उच्च या स्व राशि में होकर केंद्र या त्रिकोण में हो तो काहल योग बनेगा ।

उदाहरण:-यदि तुला लग्न में लग्नेश शुक्र मंगल की मेष राशि में स्थित है तथा मंगल बुध की मिथुन राशि में हो तथा बुध अपनी उच्च राशि कन्या में स्थित होकर कुंडली में केंद्र या त्रिकोण में बैठा हो तो कुंडली में काहल योग (kahal yoga)का निर्माण होगा ।



  मन्त्रेश्वर महाराज(फलदीपिका) के अनुसार काहल योग का फल :-


फलदीपिका के अनुसार काहल योग (kahal yog) में उत्पन्न जातक श्रेष्ठ, उच्च ज्ञान वाला , अपने लोगों मे प्रिय , दूसरो का कल्याण करने वाला , सदा प्रसन्न रहने वाला तथा हमेशा जीवन में  वृद्धि को प्राप्त होता है ।




निष्कर्ष (मेरा दृष्टिकोण):-

(My point of view)


दोनों ही योगों में लग्नेश को महत्वपूर्ण माना गया है चतुर्थ भाव सुख भाव है दशम कर्म का भाव ,

दशम तथा कर्म का संयोग व्यक्ति को अपने स्थान में प्रसिद्ध , तथा रुतवे वाला बनाता है ।

बली लग्न लग्नेश व्यक्ति को साहसी , सेल्फ कॉन्फिडेंस , निर्णय क्षमता देते है ,

यदि लग्न , चतुर्थ , दशम बली है तो निश्चित ही काहल योग (kahal yoga) फलीभूत होगा ...




                         Aacharya Upendra Shekhar Bhatt

                           WhatsApp no :- 9414204610   


("Works at  advanced  &  practical Astrology")


हिन्दू वैदिक ज्योतिष ,नाड़ी ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष  ताजिक पद्धति    


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