Amala yoga (Amala kirti yoga) अमलकीर्ति योग :-
लग्नादवा चंद्रलग्नादवा दशमेशुभसंयुते ।
योगेयममला नाम कीर्तीराचंद्रतारकी ।।
राजपूज्यो महाभोगी दाता बन्धुजनप्रिय: ।
परोपकारी धर्मात्मा गुणाढयेमलकीर्तीज: ।।
"बृहत पाराशर होरा शास्त्रम"
जन्म कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से दशम भाव में बलवान कोई भी शुभ ग्रह है तो "अमला योग" (Amala yoga) अथवा "अमलकीर्ति योग" (amalkirti yoga ) निर्मित होता है ।
अमला योग(Amala yoga) में उत्पन्न जातक दानी , लोगों का प्रिय , सद्गुणी , धर्मात्मा और राजा के समान ऐश्वर्य भोगता है , उसका नाम हमेशा अमर रहता है।
कब मिलते है अमला योग के शुभ फल :-
Amala yoga Benefits :-
🍀 जब चंद्र लग्न से दशम में बैठा ग्रह शुभ हो तथा लग्न कुंडली से भी शुभ होगा तो ही परिणाम शुभ मिलेंगे ।
🍀 वहीं जब लग्न कुंडली से दशम भाव मे बैठा ग्रह चंद्र लग्न से भी शुभ होना चाहिए।
🍀 लग्न चार्ट में दशमेश अथवा दशम में बैठा ग्रह यदि 11th house से सम्बंधित है तो परिणाम धन , मान , प्रतिष्ठा तथा ऐश्वर्य देने वाला होता है ...
🍀 जब लग्न चार्ट में दशमेश/दशम में बैठा ग्रह त्रिकोण भावों से सम्बंधित हो तो जातक् धर्मात्मा , सदगुणी और सबका प्रिय होता है ।
👹 दोनों लग्नों से दशम में बैठा ग्रह त्रिक भावों तथा अशुभ ग्रहों से सम्बंधित है, तो अमला योग( amala yoga) के शुभ फल नष्ट हो जाते हैं।
Aacharya Upendra Shekhar Bhatt
Whatsapp no:- 9414204610
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