सोमवार, 25 मई 2020

Ketu mahadasha / केतु महादशा में केतु के शुभ -अशुभ परिणाम


🍀  केतु महादशा (ketu mahadasha)
     
Ketu mahasabha


भारतीय वैदिक ज्योतिष शास्त्र में विंशोत्तरी दशा 120 वर्ष की मानी जाती है। जिसमें केतु महादशा (Ketu mahadasha ) 7 वर्ष  की होती हैं ...।

 केतु अपनी महादशा में कुंडली के 12 भावों में अपनी स्थिति तथा संयोगों के आधार पर जीवन के अलग अलग क्षेत्रों में  शुभ और अशुभ दोनों तरह के परिणाम देने की क्षमता रखता है ..।

हमें केतु से सम्बंधित सभी शुभ अथवा अशुभ परिणाम सिर्फ केतु महादशा ( ketu mahadadha) अथवा केतु अंतरदशा में ही मिलते हैं।

केतु एक छाया ग्रह है ,अतः स्वयं केतु के अपनी महादशा अथवा अंतरदशा में  कोई भी स्वतंत्र परिणाम कभी नहीं होते हैं..।

केतु के परिणाम जन्म कुंडली में क्या होंगे ये अन्य 7 ग्रह  ( सूर्य , चन्द्रमा , मंगल , बुध , गुरु , शनि )मिलकर निर्धारित करते हैं जो कुंडली मे केतु से विशेष सम्बन्ध बनाते है





🎈 केतु महादशा में परिणामों का निर्धारण :-

      Ketu mahadasha


केतु महादशा (ketu mahadasha) में किसी व्यक्ति को क्या परिणाम मिलेंगे, ये जातक की जन्म कुंडली में केतु से सम्बंधित सभी ग्रह सम्मिलित रूप से मिलकर तय करते हैं।

केतु के कुंडली में परिणाम देने के नियम निम्न हैं।:-

केतु उस राशि स्वामी ग्रह के परिणाम देता है, जिसकी राशि में स्थित है..।

केतु उन ग्रहों के भी परिणाम देता है जिन ग्रहों के साथ केतु की कुंडली मे युति  है।

केतु उन ग्रहों के भी प्रभाव रखता है , जिनकी दृष्टि केतु पर है।

केतु अपने नक्षत्र स्वामी ग्रह के भी परिणाम देता है ..।

 इन सभी ग्रहों के प्रभाव केतु पर शुभ भी हो सकते है तथा अशुभ भी और मिलेजुले भी ..!!

ये कुंडली विशेष के गहन विश्लेषण के बाद ही निर्धारित होता है कि केतु महादशा(ketu mahadadha) में जातक को  क्या परिणाम मिलेंगे..।

इसीलिए भारतीय ज्योतिष में यह मान्यता है कि केतु कुंडली विशेष में सभी 12 भावो के प्रभाव भी रखता है और अपनी महादशा में सभी के परिणाम भी दे सकता है ।

आइये जानते है केतु अपनी महादशा में अपनी स्थिति और संयोगों के आधार पर क्या क्या शुभ और अशुभ परिणाम दे सकता है ।




Ketu Mahadasha 
केतु महादशा में अशुभ परिणाम:-

जब जन्म कुण्डली में केतु का सम्बन्ध 6 8 12 5 भावों के साथ अन्य अशुभ तथा अलगाववादी ग्रहों ( शनि , राहु , सूर्य ) से भी हो जाता है तो  सम्बन्धित अन्तर्दशाओ में  केतु जीवन को तहस नहस कर देता है और अशुभता की पराकाष्ठा पर पंहुचकर परिणाम देता है ।
आइये देखते है केतु क्या क्या अशुभ परिणाम देता है । :-

 केतु मानसिक और शारीरिक कष्ट , स्किन की बीमारी , दुर्घटनाए , सर्जरी ,
धन हानि , परिवार से विच्छेद , परिवार में बिखराव ,
सम्पति की हानि , सन्तान हानि , गर्भपात , विवाह विच्छेद ,
कष्टप्रद मृत्य , रोजगार में हानि , रोजगार में बार बार दुःखद बदलाव ,
आय में अस्थिरता , अचानक धन नाश , प्रेम सम्बन्धों में धोखा , रिश्तों में धोखा , तनाव , शत्रुता आदि अशुभ परिणाम देता है।।

जब जन्म कुंडली मे केतु का सम्बन्ध त्रिक भावों के साथ साथ राहु , शनि और युरेनस , नेप्च्यून , प्लूटो से भी हो तो केतु के परिणाम अशुभता की पराकष्ठा पर होते हैं

केतु अशुभता के साथ विध्वंसक परिणाम भी दे सकता है , मृत्यु तुल्य कष्ट ,  अंग भंग होना ,
गैंग रेप , सम्पत्ति से बेदखल होना , 
व्यवसाय का बर्बाद हो जाना , आत्महत्या , विषपान , विषैले जीव द्वारा मृत्यु ,
झूंठे आरोपों में फंसाना या जेल होना
,जालसाजी में फंसजाना, प्रतिबंधित नशे की लत लग जाना ,जैसे परिणाम देता है ।



Ketu mahadsha :-
केतु महादशा में शुभ परिणाम :-

ज्योतिष में केतु को अशुभता के लिए ही जाना जाता है ,जब कि वास्तविकता में ऐसा नहीं होता केतु को  कुंडली विशेष में जो परिणाम देने हैं ,वह जन्म कुंडली में सम्बन्धित अन्य सभी ग्रहों द्वारा निर्धारित होते हैं।

यदि सम्बन्धित ग्रह शुभ भावों से सम्बंधित होंगे तो कुंडली मे केतु अत्यंत शुभ फलदाई होता है ..


केतु के शुभ फल:- 

केतु व्यक्ति को बुद्धिमान , ज्ञानी बनाता है
केतु अपनी महादशा में व्यक्ति को रातों रात सफलता के शिखर पर पहुंचा देता है ।राजनीति , व्यावसाय , खेल ,के क्षेत्र में ऊँचाइयों पर बहुत लोगों को केतु ने ही अपनी महादशा में पंहुचाया है ..।

व्यवसाय के क्षेत्र में अनेक व्यवसाय एक साथ सफलता से करने की क्षमता और योगयता केतु देता है ..।

शेयर बाजार , सट्टा व्यवसाय में चमत्कृत सफलता भी केतु देता है ..।

चिकित्सा के क्षेत्र में सर्जन , त्वचा रोग , विष रोग संक्रमण रोग विशेषज्ञ बनाता है ।
साइंटिस्ट , शोध अनुसन्धान के क्षेत्र में ख्याति अर्जन भी केतु महादशा (ketu mahadasha) में मिलती है

सम्पूर्ण सुखी वैवाहिक जीवन , प्रेम सफलता , उत्कृष्ट सन्तान सुख , सम्पत्ति में अधिकार भी केतु महादशा (Ketu mahadasha)में प्राप्त होता है ।
किसी भी व्यक्ति विशेष के लिए केतु महादशा (ketu mahadasha) एक ही समय में जीवन के किसी एक क्षेत्र विशेष में अत्यंत शुभ और दूसरे क्षेत्र में अशुभ परिणाम भी दे सकती है


कुंडली विश्लेषण के लिए सम्पर्क करें
Whatsapp no :- 9414204610


      Aacharya Upendra Shekhar Bhatt

Works at  advanced  &  practical Astrology"

(हिन्दू वैदिक ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष ,जैमिनी ज्योतिष ,ताजिक पद्धति )


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