Ketu mantra केतु मंत्र
वैदिक ज्योतिष के अनुसार केतु के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए तथा केतु शांति के लिए मन्त्र जाप करना चाहिये...
🚩 केतु के देवता ;- गणेश जी तथा भैरव जी( भैरो जी अथवा भैरू जी) है
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🚩 केतु मंत्र :-
ॐ कें केतवे नमः
ॐ गं गणपतये नमः
(ये मंत्र केतु केअनिष्ट प्रभाव की शांति के लिए रात्री को करना चाहिए)
* कोई भी एक मंत्र कर सकते है मेरे अनुभव से गणेश जी का मंत्र अधिक प्रभावी है
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🚩 केतु के बीज मंत्र :-
ॐ स्रां स्रीं स्रों सः केतवे नमः
(17000 जाप 40 दिन में रात्री में करना है)
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🚩 केतु वैदिक मंत्र:-
"पलाश पुष्प संकाशं तारक ग्रह मस्तकं
रौद्रं रौद्रत्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम्"
(अर्थ :- मैं पलाश पुष्प सरीखे तारा व ग्रह मंडल के मस्तक पर स्थित भगवान रुद्र सरीखे घोर प्रलयंकर केतु को प्रणाम करता/करती हूं )
निम्न मन्त्र रात्रि को आसन पर बैठकर करना चाहिए..
Aacharya Upendra S. Bhatt
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