बारहवें भाव में राहु
(Rahu in 12th house in hindi)
समान्यतः को लेकर ये धारणा बनी हुई है कि अधिकांशतः राहु अपने समय में जातक को अशुभ परिणाम ही देता है या कुंडली के किसी विशेष भाव में अथवा किसी विशेष राशि में ही शुभ फल देता है ।
नहीं ये सिर्फ एक तरफा कथन है ..
राहु किसी भी लग्न की कुंडली के किसी भी भाव अथवा राशि में स्थित होकर शुभ अथवा अशुभ दोनों तरह के फल दे सकता है ।
किसी भी लग्न की कुंडली में बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) क्या परिणाम देगा ये राहु को प्रभावित करने वाले सभी ग्रहों के विश्लेषण से ही जाना जाता है
आइये जानते है बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) क्या क्या शुभ तथा अशुभ फल देता है ।
बारहवें भाव में राहु (शुभ फल) :-
(Positive effects of rahu in 12th house)
👉 यदि कुंडली में स्थित बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) का सम्बन्ध यदि छठे और आठवें भाव से नहीं है तो राहु के फल कभी भी अशुभ नहीं होते है।
यदि बारहवें भाव में स्थित राहु का सम्बन्ध प्राप्ति के भावों से भी है तो राहु व्यक्ति को अपने समय में वह सभी कुछ दे सकता है, जिसकी आज सभी को आवश्यकता भी है और जो आज के समय की मांग भी है .।
बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) व्यक्ति को विलासिता पूर्ण (luxurious life style) जीवनशैली देता है। सभी आज की आवश्यक वस्तुएं, सभी सुख सुविधाएं देना राहु की प्राथमिकता होती है ।
चतुर्थ भाव से सम्बंधित राहु सम्पति , वाहन , और सभी आवश्यक सुख जातक को उपलब्ध कराता है ।
व्यक्ति का रोजगार अधिकांशतः व्यापार होता है
अथवा उसकी आय का एक स्रोत्र व्यापार भी होता है । जातक जीवन में कई यात्राएं करता है ,
जातक अपने मित्रों पर अधिक धन व्यय करता है विपरीत लिगं मित्रों से मित्रता अधिक रहती है ।
सभी तरह के व्यापार, बिल्डर , इम्पोर्ट एक्सपोर्ट , विदेशी व्यवसाय, इंजीनियरिग चिकित्सक जातक का प्रोफेशन होता है ।
कुंडली विश्लेषण/ परामर्श के लिए सम्पर्क करें ;-
Whatsapp no - 9414204610
बारहवें भाव मे राहु (अशुभ फल):-
(Bed effects of rahu in 12th house)
बारहवें भाव में राहु यदि त्रिक भावों से सम्बंधित हो तो राहु के परिणाम अशुभ हो जाते है।
- व्यक्ति हमेशा ऋण ग्रस्त रहता है । मुकदमे बाजी अथवा जेल यात्रा जातक को जीवन पर्यंत परेशान करती है ।
- अवैध सम्बन्ध , multiple relations, बार बार प्रेम सम्बन्धों में धोखा होना , प्रेम सम्बन्धों का टूटना , पार्टनरशिप में धोखा होना जैसी स्थितियां जातक के जीवन में हमेशा परेशान करती है ।
- जातक अपनी कमाई सम्पत्ति अथवा पुश्तैनी जायदाद भी गंवा देता है , सम्पति सुख का अभाव रहता है , मातृ भूमि का सुख उसे नहीं मिलता।
अधिकाशतः माता अथवा पिता के सुख तथा सन्तान सुख में कमी रहती है ।
व्यक्ति कई स्थाई बीमारियों का शिकार होता है। हमेशा अस्पताल के खर्चे , बीमारियां के इलाज पर खर्च उसे जीवन भर झेलना पड़ता है ।
कई प्रकार के नशे की आदतें राहु व्यक्ति को लगा देता है
बारहवें भाव में राहु के उपाय :-
- व्यक्ति को धार्मिक खर्चों में अपनी श्रद्धा तथा हैसियत के अनुरूप सहयोग करना चाहिए
- यदि लग्नेश शुभ फलदाई है तो उसका रत्न धारण करें
- घर अथवा मंदिर में दूब (घास) में प्रतिदिन पानी दें
- घर अथवा अपने लिविंग रूम के दक्षिण पश्चिम स्थान पर भारी वस्तु रखे.
आचार्य उपेंद्र शेखर भट्ट
9414204610
(Rahu in 12th house in hindi)
समान्यतः को लेकर ये धारणा बनी हुई है कि अधिकांशतः राहु अपने समय में जातक को अशुभ परिणाम ही देता है या कुंडली के किसी विशेष भाव में अथवा किसी विशेष राशि में ही शुभ फल देता है ।
नहीं ये सिर्फ एक तरफा कथन है ..
राहु किसी भी लग्न की कुंडली के किसी भी भाव अथवा राशि में स्थित होकर शुभ अथवा अशुभ दोनों तरह के फल दे सकता है ।
किसी भी लग्न की कुंडली में बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) क्या परिणाम देगा ये राहु को प्रभावित करने वाले सभी ग्रहों के विश्लेषण से ही जाना जाता है
आइये जानते है बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) क्या क्या शुभ तथा अशुभ फल देता है ।
बारहवें भाव में राहु (शुभ फल) :-
(Positive effects of rahu in 12th house)
👉 यदि कुंडली में स्थित बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) का सम्बन्ध यदि छठे और आठवें भाव से नहीं है तो राहु के फल कभी भी अशुभ नहीं होते है।
यदि बारहवें भाव में स्थित राहु का सम्बन्ध प्राप्ति के भावों से भी है तो राहु व्यक्ति को अपने समय में वह सभी कुछ दे सकता है, जिसकी आज सभी को आवश्यकता भी है और जो आज के समय की मांग भी है .।
बारहवें भाव में राहु (rahu in 12th house) व्यक्ति को विलासिता पूर्ण (luxurious life style) जीवनशैली देता है। सभी आज की आवश्यक वस्तुएं, सभी सुख सुविधाएं देना राहु की प्राथमिकता होती है ।
चतुर्थ भाव से सम्बंधित राहु सम्पति , वाहन , और सभी आवश्यक सुख जातक को उपलब्ध कराता है ।
व्यक्ति का रोजगार अधिकांशतः व्यापार होता है
अथवा उसकी आय का एक स्रोत्र व्यापार भी होता है । जातक जीवन में कई यात्राएं करता है ,
जातक अपने मित्रों पर अधिक धन व्यय करता है विपरीत लिगं मित्रों से मित्रता अधिक रहती है ।
सभी तरह के व्यापार, बिल्डर , इम्पोर्ट एक्सपोर्ट , विदेशी व्यवसाय, इंजीनियरिग चिकित्सक जातक का प्रोफेशन होता है ।
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बारहवें भाव मे राहु (अशुभ फल):-
(Bed effects of rahu in 12th house)
बारहवें भाव में राहु यदि त्रिक भावों से सम्बंधित हो तो राहु के परिणाम अशुभ हो जाते है।
- व्यक्ति हमेशा ऋण ग्रस्त रहता है । मुकदमे बाजी अथवा जेल यात्रा जातक को जीवन पर्यंत परेशान करती है ।
- अवैध सम्बन्ध , multiple relations, बार बार प्रेम सम्बन्धों में धोखा होना , प्रेम सम्बन्धों का टूटना , पार्टनरशिप में धोखा होना जैसी स्थितियां जातक के जीवन में हमेशा परेशान करती है ।
- जातक अपनी कमाई सम्पत्ति अथवा पुश्तैनी जायदाद भी गंवा देता है , सम्पति सुख का अभाव रहता है , मातृ भूमि का सुख उसे नहीं मिलता।
अधिकाशतः माता अथवा पिता के सुख तथा सन्तान सुख में कमी रहती है ।
व्यक्ति कई स्थाई बीमारियों का शिकार होता है। हमेशा अस्पताल के खर्चे , बीमारियां के इलाज पर खर्च उसे जीवन भर झेलना पड़ता है ।
कई प्रकार के नशे की आदतें राहु व्यक्ति को लगा देता है
बारहवें भाव में राहु के उपाय :-
- व्यक्ति को धार्मिक खर्चों में अपनी श्रद्धा तथा हैसियत के अनुरूप सहयोग करना चाहिए
- यदि लग्नेश शुभ फलदाई है तो उसका रत्न धारण करें
- घर अथवा मंदिर में दूब (घास) में प्रतिदिन पानी दें
- घर अथवा अपने लिविंग रूम के दक्षिण पश्चिम स्थान पर भारी वस्तु रखे.
आचार्य उपेंद्र शेखर भट्ट
9414204610
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