धनु राशि के लोग (sagittarius personality)
1, धनु राशि परिचय :-
धनु राशि भचक्र (राशि मंडल) की नवम राशि है। इसका विस्तार 240° से 270° अंशो के मध्य है।
इस राशि के स्वामी ग्रह गुरु (बृहस्पति) है,
इस राशि के अंतर्गत मूल , पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र तथा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रथम चरण आते है ।
यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा नवें नम्बर में या धनु राशि मे है तो आपकी राशि धनु होगी।
- निरयन पद्धति के अनुसार सूर्य धनु राशि में 15 दिसम्बर से 14 जनवरी तक रहते हैं।
- सायन पद्धति के अनुसार सूर्य धनु राशि में 23 नवम्बर से 22 दिसम्बर तक रहते हैं।
अतः जिनका जन्म 23 नवम्बर से 22 दिसम्बर के मध्य होता है, उनकी राशि धनु होगी ।
- धनु राशि गुरु द्वारा शासित प्रथम राशि है ,यह अग्नि तत्व, द्विस्वभाव , पुरुष प्रधान तथा धनात्मक राशि है ।
2 - धनु राशि के लोग (sagittarius personality)
- शारीरिक लक्षण :-
- धनु राशि के लोग (sagittarius personalit) शारीरिक रूप से सुगठित तथा बड़ा शरीर वाले , लम्बा तथा चौड़ा माथा , ऊंची तथा घनी भौहें , लम्बी नाक , चमकीली आंखें, साफ रंग तथा आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं।
- धनु राशि के लोगों के गुण ( विशेषताएं) :-
-धनु राशि के लोग (sagittarius personality)
स्वभाव से निडर , उत्साही , साहसी , आक्रामक स्वभाव के महत्त्वाकांशी तथा कम खर्चीले होते है
- धनु राशि के लोग विपरीत परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होते हर विषम स्थिति में वे हमेशा सकारात्मक पक्ष को ही देखते है ।
-जीवन में विघ्न अथवा अवरोधों के समय धनु राशि के जातक अपनी क्षमता , पौरुष तथा उत्साह से अवरोधों का सामना करते हैं।
- धनु राशि के लोग सभी मामलों में गहन विचार करने के पश्चात तथा सभी गुण दोषों को परखकर ही अंतिम निर्णय लेते हैं।
- धनु राशि के लोग उच्च कोटि के दार्शनिक , धार्मिक बुद्धि वाले , न्यायप्रिय, दृढ़ विश्वासी तथा खेल प्रिय होते हैं।
- धनु राशि के लोग स्वतंत्र विचारों वाले , अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करने वाले , सत्य से प्रेम करने वाले तथा अपने नियमों पर अंत तक अडिग रहने वाले होते हैं।
- धनु राशि के लोग न्यायप्रिय, सहानुभूतिपूर्ण, अंतर ज्ञानी , संघर्षशील तथा ईश्वरवादी होते हैं।
- धनु राशि के लोगों को पालतू पशुओं को पालने का बहुत शौक होता है ।
सटीक कुंडली विश्लेषण तथा ज्योतिषीय परामर्श के लिए सम्पर्क करें :- whatsapp no -9414204610
धनु राशि के लोगो की कमियां ( दोष) :-
- कुंडली में यदि धनु राशि अथवा लग्न पीड़ित हो तो धनु राशि वाले लोगों में , शुभ विचारों , ज्ञान तथा विवेक का अभाव रहता है ।
- यदि गुरु अथवा लग्नेश अल्पबली हो तो धनु राशि वाले जातक घमंडी , दूसरों का अपमान करने वाले तथा खुद को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले होते हैं ।
- यदि धनु राशि अथवा लग्न पर अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो तो धनु जातक , सभी से जलने वाला , अपने सम्बन्धियों से द्वेष रखने वाला होता है ।
- अशुभ प्रभावों से युक्त धनु राशि के लोग बिना विश्वाश्यता के दूसरों पर अपना ज्ञान झाड़ने वाले , अपना वचन न निभाने वाले कुंठित विचारधारा के होते हैं।
Next post - धनु राशि का करियर
1, धनु राशि परिचय :-
धनु राशि भचक्र (राशि मंडल) की नवम राशि है। इसका विस्तार 240° से 270° अंशो के मध्य है।
इस राशि के स्वामी ग्रह गुरु (बृहस्पति) है,
इस राशि के अंतर्गत मूल , पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र तथा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रथम चरण आते है ।
यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा नवें नम्बर में या धनु राशि मे है तो आपकी राशि धनु होगी।
- निरयन पद्धति के अनुसार सूर्य धनु राशि में 15 दिसम्बर से 14 जनवरी तक रहते हैं।
- सायन पद्धति के अनुसार सूर्य धनु राशि में 23 नवम्बर से 22 दिसम्बर तक रहते हैं।
अतः जिनका जन्म 23 नवम्बर से 22 दिसम्बर के मध्य होता है, उनकी राशि धनु होगी ।
- धनु राशि गुरु द्वारा शासित प्रथम राशि है ,यह अग्नि तत्व, द्विस्वभाव , पुरुष प्रधान तथा धनात्मक राशि है ।
2 - धनु राशि के लोग (sagittarius personality)
- शारीरिक लक्षण :-
- धनु राशि के लोग (sagittarius personalit) शारीरिक रूप से सुगठित तथा बड़ा शरीर वाले , लम्बा तथा चौड़ा माथा , ऊंची तथा घनी भौहें , लम्बी नाक , चमकीली आंखें, साफ रंग तथा आकर्षक व्यक्तित्व के धनी होते हैं।
- धनु राशि के लोगों के गुण ( विशेषताएं) :-
-धनु राशि के लोग (sagittarius personality)
स्वभाव से निडर , उत्साही , साहसी , आक्रामक स्वभाव के महत्त्वाकांशी तथा कम खर्चीले होते है
- धनु राशि के लोग विपरीत परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होते हर विषम स्थिति में वे हमेशा सकारात्मक पक्ष को ही देखते है ।
-जीवन में विघ्न अथवा अवरोधों के समय धनु राशि के जातक अपनी क्षमता , पौरुष तथा उत्साह से अवरोधों का सामना करते हैं।
- धनु राशि के लोग सभी मामलों में गहन विचार करने के पश्चात तथा सभी गुण दोषों को परखकर ही अंतिम निर्णय लेते हैं।
- धनु राशि के लोग उच्च कोटि के दार्शनिक , धार्मिक बुद्धि वाले , न्यायप्रिय, दृढ़ विश्वासी तथा खेल प्रिय होते हैं।
- धनु राशि के लोग स्वतंत्र विचारों वाले , अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करने वाले , सत्य से प्रेम करने वाले तथा अपने नियमों पर अंत तक अडिग रहने वाले होते हैं।
- धनु राशि के लोग न्यायप्रिय, सहानुभूतिपूर्ण, अंतर ज्ञानी , संघर्षशील तथा ईश्वरवादी होते हैं।
- धनु राशि के लोगों को पालतू पशुओं को पालने का बहुत शौक होता है ।
सटीक कुंडली विश्लेषण तथा ज्योतिषीय परामर्श के लिए सम्पर्क करें :- whatsapp no -9414204610
धनु राशि के लोगो की कमियां ( दोष) :-
- कुंडली में यदि धनु राशि अथवा लग्न पीड़ित हो तो धनु राशि वाले लोगों में , शुभ विचारों , ज्ञान तथा विवेक का अभाव रहता है ।
- यदि गुरु अथवा लग्नेश अल्पबली हो तो धनु राशि वाले जातक घमंडी , दूसरों का अपमान करने वाले तथा खुद को सर्वश्रेष्ठ मानने वाले होते हैं ।
- यदि धनु राशि अथवा लग्न पर अशुभ ग्रहों का प्रभाव हो तो धनु जातक , सभी से जलने वाला , अपने सम्बन्धियों से द्वेष रखने वाला होता है ।
- अशुभ प्रभावों से युक्त धनु राशि के लोग बिना विश्वाश्यता के दूसरों पर अपना ज्ञान झाड़ने वाले , अपना वचन न निभाने वाले कुंठित विचारधारा के होते हैं।
Next post - धनु राशि का करियर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter any spam link in tha comment box.