राहु ग्रह से सम्बन्धित रोग (Disease related to rahu)
भारतीय शास्त्रों में राहु को छाया ग्रह माना गया है
जन्म कुंडली में राहु के कभी भी कोई स्वतंत्र परिणाम नहीं होते हैं।
यदि कुंडली में राहु त्रिक भावों / भावेशों से सम्बंधित है तो राहु के परिणाम अशुभ हो जाते हैं।
1. राहु कब बीमारियों का कारण बनता है :-
👉 जब जन्म कुंडली मे राहु का सम्बन्ध त्रिक भावों (6 8 12) से होता है तो राहु का प्रभाव अशुभता लिए हो जाता है
👉 अब यदि इसके साथ कुंडली में लग्नेश अल्पबली अथवा पीड़ित हो तथा राहु पर किसी भी त्रिकोण भाव का प्रभाव नहीं होता, तब राहु कई कई बीमारियों का कारण बन जाता है ।
👉 मुख्य बात यदि लग्न/ लग्नेश बली और सुस्थित है तो राहु का कोई भी दुष्प्रभाव स्वास्थ्य पर कभी नहीं होता चाहे राहु त्रिक भावों से सम्बंधित ही क्यों न हो ।
2. राहु किस प्रकार की बीमारियाँ कब देता है:-
👉 जन्म कुंडली में लग्न/लग्नेश पीड़ित हो तथा राहु छठे भाव से सम्बंधित हो तो राहु अस्थाई बीमारियों का कारण बनता है वे बीमारियां जिनका निदान चिकित्सा से सम्भव हो जाता है ।
👉 अष्टम भाव स्थाई बीमारी तथा सर्जरी का भाव है जब राहु का सम्बन्ध अष्टम भाव से हो तो राहु ऐसे सभी रोगों का कारण बनता है जिनको सर्जरी या ऑपरेशन से निदान तो हो जाता है ,लेकिन वे कोई न कोई परेशानियां हमेशा देती है अथवा जिनकी चिकित्सा जीवन पर्यन्त चलती है ।
👉 द्वादश भाव अस्पताल को बताता है यहां राहु अस्पताल के खर्चों को ,बार बार स्वास्थ्य निदान के लिए अस्पताल जाने को सूचित करता है लेकिन ये अस्पताल को तभी सूचित करता है ,जब दशा अंतरदशा में इसके साथ छठा अथवा अष्ठम भाव भी हो।
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राहु कई स्थाई तथा अस्थाई बीमारियाँ देता है जो व्यक्ति को सिर्फ राहु की दशा अंतरदशा में अथवा त्रिक भावेशों की दशा अंतरदशा में मिलती हैं।
3. राहु सम्बन्धित रोग:-
Disease related to rahu :-
👉 सभी वायरस जनित रोग,
पेट मे गैस की शिकायत, अल्सर, तथा
तीव्र दर्द ,
प्लीहा की समस्या
त्वचा विकार ,कुष्ठ रोग,
एलर्जी , दवाओं के दुष्प्रभाव ,( साइड
इफ़ेक्ट )
विष संक्रमण, सूक्ष्म परजीवी संक्रमण
लकवा(Paralysis), नर्वस ब्रेकडाउन
हाथी पांव रोग ( Filaria) ,
प्यूरिसी ( फेंफड़ो में संक्रमण), सांस सम्बन्धित
रोग, कोरोना संक्रमण
गुप्त रोग(Sexually transmitted
disease)
बाल, नाखून का टूटकर झड़ना , गिरना
शरीर के अंगों का संक्रमित होकर सड़ जाना
किसी विषैले जीव जंतु से संक्रमण
दुर्घटना में अंग भंग होना आदि।
राहु से सम्बन्धित रोग हैं।
आचार्य उपेंद्र शेखर भट्ट
9414204610
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