⭕ कुंडली में अवैध सम्बन्ध (extramarital affairs in kundli in hindi)
भारतीय समाजिक मान्यताओं में अवैध सम्बन्ध वे सम्बन्ध होते है जिन्हें हमारा समाज समाजिक रूप से तथा कानूनन रूप से मान्यता प्रदान नहीं करता..
👉 अवैध सम्बन्धो के अन्तर्गत विवाह पूर्व तथा विवाहेतर स्त्री तथा पुरुष के मध्य शारीरिक सम्बन्ध तथा दो समान जोड़ो स्त्री का स्त्री से अथवा पुरुष का पुरुष के मध्य समलैंगिक यौन (gay) सम्बन्ध आते है ..
👉 अवैध सम्बन्ध एक भी हो सकते है तथा एक से अधिक(multiple relationship) भी
वहीं ये सम्बन्ध धनार्जन के लिए भी हो सकते है अथवा अपनी शारीरिक इच्छापूर्ति के लिए भी..
💞 आधुनिक भरतीय ज्योतिष पद्धति से हम सभी प्रकार से अवैध सम्बन्धों को अलग अलग रूप से देख भी सकते है तथा जन्म कुंडली में अलग अलग रूप से विश्लेषित भी कर सकते है..
⭕ कुंडली में अवैध सम्बन्ध (extramarital affairs in kundli ) के योग कभी भी एक ग्रह के अथवा एक भाव के माध्यम से नहीं बनते ना ही देखे जा सकते ...
कुंडली में अवैध सम्बन्ध तभी निर्मित होते है जब कम से कम 3 भावों के साथ साथ 3 से अधिक ग्रहों द्वारा विशेष संयोग बनाएं जाएं ,
यदि ये सभी संयोग जन्म कुंडली में पूर्ण रूप से एक साथ नहीं बनते तब तक कभी भी अवैध सम्बन्ध निर्मित नहीं हो सकते...
📍 मंगल शुक्र की युति , राहु शुक्र या शनि शुक्र की युतियां मात्र होना कभी भी कुंडली में अवैध सम्बन्धो की गारंटी नहीं होते...
आइये जानते है कुंडली में अवैध सम्बन्ध (extramarital affairs in kundli in hindi) के लिए कौनसी स्थितियाँ उत्तरदायी होती है..
💞 कुंडली में अवैध सम्बन्ध के योग
( ज्योतिष में चरित्रहीन योग)
(extramarital affairs in kundli in hindi)
⭕ जन्म कुंडली का पंचम भाव (5th house) प्रेम का भाव है, जातक की उमंगों का होता है , आंतरिक भावनाओं का , दोस्ती का , आकर्षण का तथा अतृप्त इच्छाओं का भाव है ..
⭕ कुंडली का अष्टम भाव (8th house) कामंगों का , बेइज्जती (insult) का , तनाव तथा अवरोधों का भाव है..
⭕ द्वादश भाव ( 12th house) जन्म कुंडली में हम बिस्तर होने का , रति क्रिया का , सेक्सुअल प्लेजर के लिए खर्चे तथा आनंद का,
👉 जब जन्म कुंडली में शुक्र के साथ 3 से अधिक ग्रह 5 8 या 5 12 अथवा 5 8 12 भावों से विशेष रूप से सम्बंधित हों तो जातक यौन सुख (sexual pleasure) से अतृप्त रहता है तथा यौन तृप्ति के लिए सामाजिक मान्यताओं तथा कानून का उलंघन करता है तथा शारीरिक तृप्ति के लिए अवैध सम्बन्ध स्थापित करता है ...
जन्म कुंडली में 5 8 12 भावों का दशा अंतरदशा में लगातार बने रहना खुले प्रेम सम्बन्ध , लोकनिंदा , अपमान तथा तनाव को बताता है ..
📍 दशा अंतरदशा में जब इन संयोगों के साथ चतुर्थ भाव (4th house) का प्रदर्शित होना इन सम्बन्धो को दुनिया से छिपा लेता है अतः इन सम्बन्धो के विषय में कोई भी कभी नहीं जान पाता...
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💚 शुक्र शनि संयोग;- यदि अवैध सम्बन्धो के योगों के साथ कुंडली में शुक्र शनि युति अथवा संयोग का होना जातक को विकृत यौन सुख की ओर ले जाता है ....
अगले भागों में .....
✅ 1) कुंडली में अनेक यौन सम्बन्धो (multiple relation) के योग
✅ 2) कुंडली में वैश्यावृत्ति (prostitutions) के योग
✅ 3) जन्म कुंडली में समलैंगिक सम्बन्धों के योग
💞 Acharya Upendra Shekhar Bhatt
whatsapp no :- 9414204610
works at advanced & practical Alastrology"
{हिन्दू वैदिक ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system ( वर्षफल पद्धति )
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