जन्म कुंडली में राजयोग (rajyog in kundli)
जन्म कुंडली में राजयोग (rajyog in kundli) के विषय मे हमारे परम्परागत ज्योतिष शास्त्र में महर्षि पराशर ने 300 से अधिक राजयोगों के विषय में बताया है ..
ये मान्यता है कि जन्म कुंडली में राजयोग होने पर व्यक्ति का जीवन राजा के समान वैभवशाली तथा सभी सुखों से युक्त होता है ..
लेकिन वास्तव में जब हम देखते है तो पाते है कि बहुत लोगों की जन्म कुंडली में राजयोग होते है लेकिन उनका जीवन स्तर सामान्य से भी कम होता है तथा अन्य लोगों की तरह उनके भी जीवन में बहुत सारी समस्याएं होती है ...
आखिर क्यों तथा कब ये राजयोग अपना फल नहीं दे पाते ..?
आइये समझते है आधुनिक समय में राजयोग क्या होते है तथा वे कब फलित होते है ...
⭕ जन्म कुंडली में राजयोग ( rajyog in kundli )
सबसे पहला प्रश्न है जन्म कुंडली में राजयोग (rajyog in kundli)क्या होते है ..?
बहुत ही सरल शब्दों में इसका उत्तर होगा कुंडली मे ग्रहों द्वारा प्रदत ऐसे योग अथवा संयोग जो हमें अपने समय में सुखद् , शुभ , परिणाम दें हमारी अभिलाषाओं की पूर्ति करें , आर्थिक , समाजिक रूप से हमारे जीवन को ऊंचा उठाएं , हमारे अपेक्षित कार्यो की पूर्ति करें तथा हमें सभी सुख सुविधाएं प्रदान करे...
अब ऐसे कौनसे योग/ संयोग ग्रहों द्वारा बनाये जाते है जो व्यक्ति को सभी कुछ दे सकें ..
चलिये इसका उत्तर खोजते है ..
💞 जन्म कुंडली में राजयोग ( rajyog in kundli ) :-
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जब हम सुख सुविधाओं तथा विलासितापूर्ण जीवन की बात करते है तो सबसे पहला राजयोग होता है "धन योग"
⭕ धन योग:-
जब जन्म कुंडली के अर्थ भाव अर्थात धन भाव (2 6 10 ) अधिकांश ग्रहों द्वारा प्रदर्शित हो तो जातक के जीवन में कई कई धन के रास्ते खुल जाते है ...
तथा जब 11 th house भी इस संयोग में सम्मिलित होता है तब सभी रास्तों से धन जातक के पास आने लग जाता है ..
ये भाव सफलता विजय सभी कार्यो की पूर्ति के भाव भी होते है ..
⭕ विवाह योग:-
व्यक्ति के जीवन में दूसरा सबसे प्रमुख जन्म कुंडली में राजयोग होता है सुखी वैवाहिक जीवन तथा समय पर विवाह होना..
जन्म कुंडली का 2 भाव परिवार का कुटुम्ब का भाव है 7th विवाह का तथा 11 कार्य सम्पन्न होने का अथवा इच्छा पूर्ति का
जब 2 7 11 भाव दशा अंतरदशा में प्रदर्शित हो तो जातक का विवाह होता है
जब ये भाव अधिकांश ग्रहों द्वारा दशा अंतरदशा में दोहराए जाए तो ये सुखी वैवाहिक जीवन के संकेत है यहाँ 5 th house का साथ वैवाहिक जीवन में प्रेम , सामंजस्य का सूचक है ..
⭕ सन्तान योग:-
सन्तान सुख तीसरा जन्म कुंडली में राजयोग होता है व्यक्ति की तीसरी सबसे प्रमुख आवश्यकता है अतः विवाह होने के बाद समय पर सन्तान प्राप्ति के योग बनना तथा स्वस्थ्य सन्तान के जन्म होने साथ सन्तान का काबिल निकलना एक प्रमुख राजयोग होता है
जब 2 5 11 भाव सकारात्मक रूप से दशा अंतरदशा में अधिकांश ग्रहों द्वारा प्रदर्शित होंगे तो ये पूर्ण सन्तान सुख बताता है
⭕ सम्पत्ति , वाहन , योग:-
जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव सम्पत्ति , वाहन का भाव है जब प्राप्ति के भावों से सम्बंधित होगा तभी व्यक्ति सम्पत्ति सुख प्राप्त कर पाता है ..
सम्पत्ति के लिए मंगल तथा शनि , वाहन के लिए शुक्र कारक होते है ..
⭕ विदेश यात्रा योग, पुश्तेनी सम्पत्ति प्राप्ति योग, कुंडली मे प्रमोशन के योग, सरकारी नौकरी के योग, मुकदमे में विजय के योग, राजनीति में सफलता के योग,
ज्योतिष में बहुत सारे योग है जो व्यक्ति की आवश्यकता तथा उनकी पूर्ति के अनुसार सभी के अलग अलग होते है ..
❤️ कोई भी राजयोग किसी एक ग्रह की राशिगत तथा भावगत स्थिति अथवा युति से कभी भी फलित नहीं होता वहीं राजयोग व्यक्ति विशेष की आवश्यकता के अनुरूप राजयोग माना जाता है ..
💞 कब फलित होते है जन्म कुंडली में राजयोग
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जन्म कुंडली में राजयोग , राजयोग निर्मित ग्रह की अपनी दशा अंतरदशा में फलित होते है इसके अतिरिक्त उन समानार्थी ग्रहों की दशाओं अंतर्दशाओं में राजयोग फलित होते है जो एक ही समान योग/ संयोग निर्मित कर रहे हों ..
अतः एक समान संयोग के कुंडली मे जितने ग्रह अधिक होते है व्यक्ति का स्तर , आवश्यकताए उतनी ही अधिक और जल्दी पूरी हो जाती है ..
👹 कब फलित नहीं हो पाते जन्म कुंडली में राजयोग
बहुत लोगों की कुंडली मे कई कई राजयोग होने के बाद भी वे फलित नहीं हो पाते क्यों कि
जब जन्म कुंडली में राजयोग निर्मित संयोग एक या दो ग्रहों द्वारा बनाये जाते है तब राजयोग फलित नहीं हो पाते , उन योगों की स्ट्रेंथ बहुत कमजोर हो जाती है अतः वे अपना शुभ फल देने में असमर्थ हो जाते है ..
वहीं जब राजयोग निर्मित ग्रहों के साथ त्रिक भाव ( 6 8 12 भाव) भी संयोगरत हों तब राजयोगों के फल नकारात्मक हो जाते है तथा वे अपना शुभ प्रभाव खो देते है ..
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⭕ निष्कर्ष:-
जन्म कुंडली में राजयोग किसी एक या दो ग्रहों की किसी भाव अथवा राशि में स्थिति नहीं होती ..
राजयोग ग्रहों द्वारा निर्मित वे संयोग होते है जो सशक्तता से आपकी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वचनवद्ध होते है ,
आपको वैभवशाली , सुखद , समस्या रहित जीवन देते है ..
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💞 Acharya Upendra Shekhar Bhatt
whatsapp no :- 9414204610
works at advanced & practical Alastrology
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{हिन्दू वैदिक ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system ( वर्षफल पद्धति )
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