जीवनसाथी का घर कैसा होगा जाने अपनी कुंडली से..
जीवनसाथी का घर कैसा होगा ये प्रश्न सभी विवाह योग लड़की और लड़के के मन में उठने वाले पहला प्रश्न होता है ..
आइये इस प्रश्न का जबाब हम ज्योतिष के माध्यम से समझते है तथा जानते है आपके भावी जीवनसाथी का घर कैसा होगा तथा कैसा सामंजस्य होगा आपका उनके साथ..
जीवनसाथी का घर कैसा होगा:-
यदि आपकी लग्न कुंडली में सप्तम भाव का मालिक बली होकर अष्टम भाव से अथवा एकादश भाव से सम्बंधित है तथा शुक्र सुस्थित है तो पति/पत्नी की आमदनी बहुत अच्छी होती उनसे आपको धन प्राप्त होता है...
यदि आपकी लग्न कुंडली का अष्टमेश द्विस्वभाव राशि में स्थित होकर एकादश अथवा दशम से सम्बंधित हो तो जीवन साथी कई कई मार्गों से आमदनी प्राप्त करता है ...
यदि कुंडली में चतुर्थेश , अष्टमेश एकादश भाव को प्रदर्शित करें / सम्बन्धित हों तो ससुराल से सम्पत्ति तथा सुख साधन प्राप्त होते है..
नवमांश कुंडली में राजयोग धनी तथा उच्च प्रतिष्टित ससुराल पक्ष देते है ..
नवमांश वर्ग कुंडली में मजबूत लग्न लग्नेश के साथ शुक्र द्वारा निर्मित कोई भी राजयोग सम्पूर्ण वैवाहिक जीवन मे अखंडता , प्रेम , व्यवस्थित तथा विश्वस्तता देता है ..
नवमांश वर्ग कुंडली मे दो से अधिक राजयोग है तो ससुराल पक्ष आर्थिक सबल , समाज मे रुतबे तथा प्रतिष्ठा वाला होता है ..
यदि कुंडली में चतुर्थ भाव अष्टम एकादश के साथ शुक्र से सम्मलित सम्बन्धित है तो आपके ससुराल पक्ष का मकान आलीशान होता है तथा आपको वहां सभी भौतिक सुख मिलेंगे..
आपकी कुंडली में यदि द्वित्तीय भाव अष्टम एकादश तथा गुरु से सम्मिलित रूप से सम्बंधित है तो आपको ससुराल से नकद धन , स्वर्ण आभूषण प्राप्त होंगे..
यदि आपकी लग्न कुंडली का सप्तम भाव पीड़ित है तथा अष्टम भाव का सम्बन्ध राहु अथवा केतु से है तो ससुराल पक्ष अथवा पति का आर्थिक स्तर कमजोर होगा..
आपकी कुंडली में अष्टम भाव का सम्बन्ध 6 12 भावों के साथ साथ किसी भी अशुभ ग्रह से है तो ये स्थिति पति / पत्नी के कमजोर आर्थिक तथा सामाजिक स्तर को बताती है ..
Aacharya Upendra Shekhar Bhatt WhatsApp no :- 9414204610
("Works at advanced & practical Astrology")
हिन्दू वैदिक ज्योतिष ,नाड़ी ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष ताजिक पद्धति
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