मेष राशि रत्न (Mesh rashi stone)
भारतीय ज्योतिष में प्रत्येक ग्रह के लिए किसी एक विशेष रत्न तथा कुछ अन्य वैकल्पिक रत्नों को मान्यता दी जाती है ।
ऐसी मान्यता है कि रत्न धारण करना उस ग्रह विशेष के प्रभावों में वृद्धि करता है।
अतः यदि कोई ग्रह हमें शुभ अथवा/ अपेक्षित परिणाम देता है ,तो हमें ग्रह विशेष की दशा-अंतरदशा में उस ग्रह का रत्न धारण करना चाहिए..।
आइये जानते है ,मेष राशि वालों को कब तथा कौनसा रत्न धारण करना चाहिए तथा कब भूलकर भी कोई रत्न नहीं पहनना चाहिए..
💞 मेष राशि रत्न (mesh rashi stone)
मेष राशि के लिए सर्वोत्तम रत्न लाल मूँगा(red coral) माना जाता है ,क्यों कि वह मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल का रत्न है ।
❤️ मेष राशि वाले जातक लाल मूँगा(red coral) कब और क्यों धारण करें :-
यदि जन्म कुंडली में मंगल के प्रभाव तथा परिणाम शुभता लिए है तो मेष राशि वालों के लिए मूँगा (red coral) स्वास्थ्य सम्बन्धित परेशानियों के समाधान में , आत्मविश्वास वृद्धि में, सभी पर अपना प्रभाव स्थापित करने में , अपनी कार्य क्षमता बढ़ाने में मदद करता है
👉 यही मूंगा हम धन , प्रमोशन, व्यापार में लाभ , प्रतिष्ठा, वैभवशाली जीवन, विलासिता पूर्ण जीवन में वृद्धि के लिए मूंगा पहन रहे है तो देखे कुंडली में मंगल 2 6 7 10 11 भाव प्रदर्शित कर रहा हो यदि हाँ तो मूंगा निश्चित लाभ देगा..
👉 स्वास्थ्य लाभ के लिए मूंगा तभी धारण करें जब जन्म कुंडकी में मंगल 2 5 9 11 प्रदर्शित करे..
👉 वैवाहिक सुख और विवाह के लिए मूंगा तभी पहनना चाहिए जब मंगल दशा अंतरदशा में 2 7 11 भाव प्रदर्शित करे..
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👹 मेष राशि वालों को मूँगा कब नहीं धारण करना चाहिए :-
चूंकि मूँगा मेष राशि के स्वामी ग्रह का रत्न है परंतु जब कुंडली में मंगल के प्रभाव तथ परिणाम अशुभ अथवा समस्यप्रद हों तब जातक को मूंगा नहीं पहनना चाहिए
यदि मंगल कुंडली में स्वाभाविक अशुभ ग्रहों से पीड़ित होने के साथ त्रिक भावों(6 8 12) को प्रदर्शित करे अथवा लग्न कुंडली विश्लेषण में मंगल के परिणाम जीवन के सभी क्षेत्रों में , तकलीफें अवरोध, अशुभता बताते हैं तो भूलकर भी मूँगा धारण न करें ।
💞 Aacharya Upendra S Bhatt
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"Works at advanced & practical Astrology"
{हिन्दू ज्योतिष , जैमिनी ज्योतिष , नाड़ी ज्योतिष और ताजिक system ( वर्षफल पद्धति)
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